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पैठणी बुनना सीखाना एक महँगा काम है। इसमें धागों की बर्बादी, प्रशिक्षकों के वेतन से लेकर उस प्रशिक्षण पर होने वाले कई खर्च शामिल हैं। फिर भी हमें आदिवासी बेरोजगारों, विकलांगों, अनाथों और महिलाओं को पैठणी बुनना सिखाना होगा। आप इसमें मदद कर सकते हैं।
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Sr. No. | Donor Name | Duration | Place | Date |
---|---|---|---|---|
1 | Pankaj Kumar Srivastav | प्रतिव्यक्ती प्रतिआठवडा | Pune | 25-Jan-23 |
2 | Santosh Kumar Yadav | प्रति व्यक्ति प्रति माह | Mumbai | 26-Jan-23 |
3 | Jayamendra Maurya | प्रतिव्यक्ती प्रतिअर्धवर्ष | Solapur | 09-Feb-23 |
4 | Anurag Mishra | प्रतिव्यक्ती प्रतिवर्ष | Nagpur | 14-Feb-23 |
5 | Dinesh Kumar Yadav | प्रतिव्यक्ती प्रतिअर्धवर्ष | Mumbai | 17-Feb-23 |
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